सारी गलती राम की है !!

A different and poetic take on Ramayan on the background of recent events in Delhi. A hindi poem which tries to analyse the social causes behind the Delhi Rape Incidence. The poem uses ‘Ramayan’ as a context to draw parallels with today’s societal scenario.

Title – सारी गलती राम की है !!

सारी गलती राम की है, जिसने सीता आग पे चलवाई
आगे पीछे कुछ सोचा नहीं और गलत रित करवा दी

थोड़ी गलती सीता की भी है, जिसने राम की सब सुन ली
आदर्श नारी की एक अजीब परिभाषा उसने तब से ही बना दी

गलती उस धोबी की भी है, जिसने एक स्त्री की मर्यादा पर सवाल उठाया
और थोड़ी गलती उस राजा की भी है, जो राजा हो कर भी कुछ बोल नहीं पाया

रामायण हम सब ने पढ़ा , पर शायदही हम ने ये कभी सोचा
के राम अगर सीता को आग्निपरिक्षा न करवाता तो क्या होता …

सुरेन्द्र
Jan 2013

चलो आज थोड़ी बगावत करते है/ Lets start a revolution

This poem is about the horrible incidence that took place in Delhi and how we as a nation have reacted to it. This poem tries to showcase how we are reacting and how we can react.

ये कविता है दिल्ली मैं दिसम्बर २०१२ मैं घटी घटना और उसपर हमारी प्रतिकियाओं पर … हम बगावत कैसे कर रहे है और हम कैसे कर सकते है ये कहेने की एक कोशिश ….

 

चलो आज थोड़ी बगावत करते है
कोई एक फेसबुक स्टेटस हम भी शेयर करते है
किसी नेता को भी आज हम थोड़ी गलियां देते है
थोड़ी और हिम्मत हुई तो कही जा के मोमबत्तियां जलाते है

चलो आज थोड़ी बगावत करते है
हम भी फोटोशोप मैं कोई फोटो बना के शेयर करते है
कोई विडियो ढूंड के उस पे कमेंट करते है
थोड़ी और हिम्मत हुई तो किसी रैली मैं शामिल हो जाते है

चलो आज थोड़ी बगावत करते है
हम भी किसी चीज़ की शपथ लेते है
कोई पिटीशन ढूंड के उसे support करते है
और थोड़ी और हिम्मत हुई तो थोडी नारेबाजी हम भी कर लेते है

चलो आज थोड़ी और बगावत करते है
खुद को भी जरा हम आईने मैं देखते है
खुद से ही थोडा बदलाव हम शुरू करते है
और थोड़ी और हिम्मत हुई तो वक़्त आने पर हिम्मत भी दिखाते है

सुरेन्द्र
दिसम्बर २०१२