अभी !!
थोडा जुका हु , अभी मैं हारा नहीं
थोडासा रुका हूँ , पर अभी मैं थमा नहीं
थोडा ओज़ल हु , पर अभी मैं मिटा नहीं
थोडासा दूर ही सही, पर अभी मैं तुमसे जुदा नहीं
आखोमें थोड़े आसू है, पर अभी मैं रोया नहीं
नींद शायद खुली है , पर सपना अभी मैंने खोया नहीं
दिल मैं थोडा दर्द है पर अभी दिल टुटा नहीं
मौत का वक़्त शायद नजदीक है , पर जिंदगी को मैंने अभी ठीक से समेटा नहीं
सुरेन्द्र
Feb 2012