A different and poetic take on Ramayan on the background of recent events in Delhi. A hindi poem which tries to analyse the social causes behind the Delhi Rape Incidence. The poem uses ‘Ramayan’ as a context to draw parallels with today’s societal scenario.
Title – सारी गलती राम की है !!
सारी गलती राम की है, जिसने सीता आग पे चलवाई
आगे पीछे कुछ सोचा नहीं और गलत रित करवा दी
थोड़ी गलती सीता की भी है, जिसने राम की सब सुन ली
आदर्श नारी की एक अजीब परिभाषा उसने तब से ही बना दी
गलती उस धोबी की भी है, जिसने एक स्त्री की मर्यादा पर सवाल उठाया
और थोड़ी गलती उस राजा की भी है, जो राजा हो कर भी कुछ बोल नहीं पाया
रामायण हम सब ने पढ़ा , पर शायदही हम ने ये कभी सोचा
के राम अगर सीता को आग्निपरिक्षा न करवाता तो क्या होता …
सुरेन्द्र
Jan 2013